पंचपुष्प प्रथम दिन कथा
प्रथम दिन कथा आप यदि भगवान भोलेनाथ की सेवा कर रहे हैं या शिवलिंग पर बेलपत्र या कमल पुष्प चढ़ा रहे हैं तो उनका बखान क्या करें और यह भी कहा जाता है कि तुलसी दल बेलपत्र गंगाजल और कमल पुष्प कभी बासी ही नहीं होता गंगाजल सालों साल रखने के बाद भी बासी नहीं होता कमलपुष्प 5 दिन तक रखे रहने पर भी बासी नहीं होता तुलसीदास और बेलपत्र को धो-धो कर बार-बार पढ़ा जा सकता है यह कभी बासी नहीं होती। यदि आप कितने सामर्थ्य नहीं है और आप भगवान भोलेनाथ का चढ़ा हुआ एक बेल पत्र धोकर पुणे उनको समर्पित कर देते हैं तो वह एक लाख बेल पत्रों के बराबर पुणे प्रदान करता है। इसी प्रकार जाप मंत्र गुरु मंत्र भजन कीर्तन आदि कभी बासी नहीं होता जब जब करना शुरू करें तभी बह ताजा हो जाता है। श्री पंच भूत कथा के अंतर्गत गुरु ज प्रदीप मिश्रा जी भगवान भोलेनाथ पर चढ़ने वाले पांच पुष्पों की कथा बताने जा रहे हैं। पुष्पा के बारे में बताते हुए प्रदीप मिश्रा इसे कहते हैं कि वायु पुराण के अंतर्गत ऐसा वर्णन मिलता है कि आपको पोस्ट के मालिक से पूछ कर ही वृक्षों और पौधों से तोड़ना चाहिए। शिवपुराण कहती है क यदि हमने यही पूछ तो बिना पूछे थोड़ा