भजन गोवर्धन परिक्रमा
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गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
कोई मुझे बोला आकरके मेरे पास
करते हो परिक्रमा पैदल तुम
चप्पल देओ उतारे होओओ
गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
रात को शहर जाना तुम करना बेड़ा पार
दान घटिया आकर चढ़ाई दूध की धार
माथा टेकके मांगू दे दो रे शक्तियों पर
गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
धीरे धीरे चल के पहुंचे हैं पूछरी पास
वहीं पर लोटा देखा तुम्हारा लौठा यार
उनको लेटे लेटे समय हुआ अपार
गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
आगे जाते जाते पहुंचे मुखारविंद द्वार
दर्शन पाकर तुम्हारे हुआ है हर्ष अपार
हाथ जोड़ विनती करूं करियो मेरा उद्धार
गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
आगे जाते जाते आया मोड़
यही समाप्त होता पहली बड़ी परिक्रमा का छोर
यही से हमको बढ़ाना छोटी परिक्रमा की ओर होओओ
गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
राधे राधे करते बढ़ गए आगे की और
जाने कब जा बैठे चूतर टेका की डोर
यहां बैठना होता कहती भीड़ अपर
गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
धीरे-धीरे आगे बढ़ाते रहे पैर हमार
आगे जाए पहुंचे अरे कृष्णा कुण्ड के द्वारा
यही पे राधा कुंड है जिनका मिलन अपर होओओ
गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
कुछ और आगे चल के आता एक सरोवर
नाम है कुसुम सरोवर सुंदरता का पारावार
राधे राधे जापते आ गए हैं अंतिम छोर
बड़े ही दुर्लभ दर्शन मनमोहक चितचोर
जिंनके दर्शन करते नहीं थकते नयन हमार
गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
मानसी गंगा नहाकर करलो रे उद्धार
दर्शन पाकर इनके हुआ है हर्ष अपार
हाथ जोड़ विनती करूं करियो मेरा उधर
गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
राधे राधे करते हैं कर ली परिक्रमा पार
दान घाटी जाऊं करने को धन्यवाद
दूध चढ़ा करके पाऊं आशीष दुबार होओओ
गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
हम बात जो काम तुझको
मन को मेरे ल
उनके साथ है बाबा कर देना मेरा भी उधर
पैदल परिक्रमा लगी है हो जाना
गोवर्धन बाबा में तो आया तेरे द्वार
कैसे लगाऊं परिक्रमा
अरे हो रही भीड़ अपार होओओ
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